Ram Mandhir Ayodhya पहुंची 108 फ़ीट की अगरवती का काला सच:- Ram Mandhir Ayodhya यानि राम की नगरी रामनगरी में 22 जनवरी को श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी जिससे पूरा भारत बहुत खुश था पुरे भारत में हर जगह ख़ुशी का माहौल था | और पुरे भारत में श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा होने की बहुत चर्चा हो रही थी | इसी बिच अगर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही थी बो चर्चा हो रही थी गुजरात से अयोध्या यानि राम नगरी आयी 108 फुट लम्बी व ऊँची अगरवती की हो रही थी | जिसे मंत्रोच्चार से 16 जनवरी को ही जला दिया गया था |
Ram Mandhir Ayodhya में लायी गयी अगरवती किन किन चीजों से मिलकर बनी है ये अगरवती
हमें मिली जानकारी के अनुसार इस अगरवती की सुगंध्ग 20 जनवरी 2024 तक चारों दिशाओँ में फेल चुकी थीऔर में आपको बता दूँ की ये अगरवती 5 सामिग्री से मिलकर बनी है | जो पहली सामिग्री है 3000 किलोग्राम गिर गाय का गोबर, और दूसरी सामिग्री है 91 किलोग्राम गिर गाय का घी जिसे मक्खन भी कहते है, और तीसरी सामिग्री है देवदार के पेड़ की लकड़ी, और सामग्री बे है जो हिंदुस्तान में हर त्यौहार पर पूजा पाठ में उपयोग में लायी जाती है |
और यह अगरवती लगातार डेढ़ महीने यानि 45 दिनों तक लगातर जलती रहेगी | और यह अगरवती गुजरत के बड़ोदरा से रामनगरी अयोध्या लायी गयी थी | और इसकी चौड़ाई लगभग साढ़े तीन फ़ीट होगी और इसका वजन लगभग 3612 किलोग्राम होगा और इस अगरवती की सुगंद रामनगरी के आस-पास लगभग 50 से 60 किलोमीटर दूर तक जा रही थी |
आपको ये तो पता ही होगा की अगरवती को गुजरात के निवासी बिहाभरबाड़ जी ने बनाया था | 108 लम्बी और साढ़े तीन फ़ीट चौड़ी अगरवती को रामनगरी अयोध्या ले जाने के लिए एक लम्बे ट्रेलर ट्रक ने अनुमानित दुरी 1800 किलमीटर दुरी तय की थी | जो बड़ोदरा, कलोल, हलोल, शहेरा, उदयपुर, आगरा, लखनऊ, इटावा, कानपूर, और उनाव से होते हुए रामनगरी अयोध्या पहुंचा था |
और इस अगरवती को बनाने में लगभग पांच लाख से लेकर छः लाख रूपए का खर्चा आया हैं | और यह पैसा जो अगरवती बनाने में खर्च हुआ | बो पैसा गुजरात के निवासियों ने चंदा के इकट्ठा किया था | और फिर उसी पैसे से इतनी बड़ी अगरवती बना दी प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा के लिए Ram Mandhir Ayodhya लायी गयी थी |